Kota:गुंजल के गंभीर आरोप, कोटा में दबाव में काम कर रहा निर्वाचन आयोग, लोकसभा अध्यक्ष के ओएसडी व आईजी पर भी लगाए आरोप

कोटा, 11 अप्रैल। कोटा-बूंदी से लोकसभा प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने गुरूवार को कोटा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस प्रशासन एवं लोकसभा अध्यक्ष के ओएसडी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कोटा में निर्वाचन आयोग के भी दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए चुनाव के पारदर्शितापूर्ण होने पर संशय व्यक्त किया है।
गुंजल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय के ओएसडी राजीव दत्ता बूंदी जिले के डाबी आदि क्षेत्रों में भाजपा कार्यकर्ताओं की मीटिंग ले रहे हैं, जबकि उनको इसका अधिकार नहीं है, वहीं कोटा आईजी पर एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं कोटा-बूंदी लोकसभा में जहां भी जा रहा हूं, वहां पुलिस के 8-8 कैमरे लगाए जा रहे हैं, कि देर रात तक इसकी रिकॉर्डिंग आईजी कार्यालय में देखी जा रही है। इसकी शिकायत दो-दो बार निर्वाचन आयोग को करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि कोटा में निर्वाचन आयोग केन्द्र या अन्य किसी के दबाव में काम कर रहा है। ऐसे में चुनाव के पारदर्शी पूर्वक होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
उन्होंने पत्रकार वार्ता के माध्यम से निर्वाचन आयोग से लोकसभा अध्यक्ष के ओएसडी को लोकसभा कार्यालय दिल्ली में ड्यूटी करने के आदेश देने व कोटा आईजी को हटाने की मांग की है।

मेरे घर के उपर देर रात उड़ाए जा रहे ड्रोन

गुंजल ने कहा कि मेरे घर पर देर रात को ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं, आखिर ये क्या हो रहा है, क्या मुझे मारने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि रात एक से डेढ़ बजे के बीच में मेरे घर के चौकीदार ने ड्रोन को पकड़ा। जब ड्रोन उड़ाने वाला भागकर आया तो चौकीदार ने ड्रोन नहीं छोड़ा तो चिप निकालकर भाग गया।

कोचिंग के 16 साल के मुद्दे पर नीति स्पष्ट करें बिरला

गुंजल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने कानून में संशोधन कर 16 साल के बच्चों को कोचिंग में पढ़ाने पर रोक लगा दी है, कोचिंग में सुधार होना चाहिए यह हम भी मानते हैं। लेकिन कोटा में कोचिंग संस्थान ही एकमात्र आजीविका का आधार है, कोटा में लाखों लोगों की आजीविका कोचिंग के भरोसे है, जिनमंे हॉस्टल संचालक से लेकर, कर्मचारी, कोचिंग व हॉस्टल क्षेत्र में छोटे-बड़े व्यवसाय करने वाले व्यापारी आदि हैं, जिनकी संख्या लाखों में है। ऐसे में बिरलाजी के लोकसभा अध्यक्ष रहते यह बिल पारित हुआ है, तो उन्हें इस बिल को लेकर कोटा की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह बिल सही है या गलत है। क्योंकि इससे पूरे कोटा शहर की आर्थिक स्थिति प्रभावित होने वाली है। कोचिंग के अलावा यहां कोई बड़ा उद्योग नहीं है, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके।

लोगों को सपने दिखाए और खुद ने ही तोड़े

गुंजल ने कहा कि कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र की जनता भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला के 10 वर्षों के कार्यकाल को लेकर काफी निराश और हताश है। जब बिरला पहली बार लोकसभा अध्यक्ष बने तो कोटा दक्षिण के उपचुनाव मंे जनता से आह्रान किया कि मेरे सांसद बनने से ये सीट खाली हो चुकी है, इसलिए संदीप शर्मा को अपना आर्शीवाद दें, मैं कोटा में अंतराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट लेकर आउंगा, सरकार नहीं लाई तो बिरला एयरलाईंस उड़ा देंगे, अगर मेरे ये दोनों वादे पूरे नहीं हुए तो 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। फिर बाद में 2019 में भी चुनाव लड़ लिये और 2024 में भी चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब कोटा-बूंदी की जनता बिरला की नौटंकी और झूठे वादों का समझ चुकी है। और अब इनको हराने के लिए काफी उत्सुक है। क्योंकि ओम बिरला ने कोटा-बूंदी की जनता के लिए कुछ नहीं किया, आज इनके पास उपलब्धियां गिनाने के नाम पर कुछ नहीं है। वो कह रहे हैं कि ये चुनाव मेरा नहीं है, वो इसे मोदी का चुनाव बताकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन जनता इस बार उन्हें माफ करने वाली नहीं है। इस बार कोटा-बूंदी की जनता उन्हें दिल्ली के बजाय शक्तिनगर बिठाने वाली है।
सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर भेज रहे जेल

गुंजल ने आरोप लगाया कि कोटा और बूंदी में लोगों को डराया धमकाया जा रहा है, सत्ता का दुरूपयोग हो रहा है। नान्ता में एक ब्राह्म युवक ने मोबाइल पर एकपोस्ट कर देने पर एक महीने से वो जेल में बंद है, वहीं दादाबाड़ी में भी एक ब्राह्मण समाज के युवक ने एक पोस्ट शेयर कर दी तो उसे थाने में बिठा दिया, जब वहां हमारे कार्यकर्ता पहुंचे तो पता चला कि 16 लोगों को पोस्ट शेयर करने के आरोप में बैठाया हुआ है। इससे स्पष्ट है कि लोगों को डराया और धमकाया जा रहा है। इसका जवाब कोटा की जनता चुनाव मंे जरूर देगी।
पत्रकार वार्ता के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता क्रांति तिवारी, श्रीमती राखी गौतम, शिवकांत नन्दवाना, डॉ. जफर मोहम्मद, पूर्व विधायक पूनम गोयल समेत अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे।